विवाह के लिए कुंडली मिलान का महत्व - Kundli Matching - Horoscope Matching
विवाह दो लोगों का ही नहीं अपितु दो परिवारों और कभी-कभी संस्कृतियों का भी समागम होता है। विवाह करना किसी भी व्यक्ति के जीवन में एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण कदम होता है, और इसमें गलती की गुंजाइश नहीं होती। विवाह के लिए कुंडली मिलान, आज के दौर में एक सामान्य और हमेशा की तरह महत्वपूर्ण बात हो गयी है। परन्तु, कई लोग इस प्रक्रिया को केवल गुण मिलान तक ही सीमित समझते है, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। विवाह के लिए हामी भरने से पहले अगर आप अपनी और अपने भावी साथी की कुंडली में अच्छे योगों तथा ग्रह स्थिति का आंकलन कराएं तो यह आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
कुंडली मिलान की भूमिका
जब भी हम विवाह के विषय में सोचते हैं तो सामाजिक परिवेश और
मित्रता इसमें एक अहम भूमिका निभाते हैं। इसमें कोइ शक नहीं है की अधिकतर लोग
परिणय सूत्र में बंधने से पहले कुंडली मिलान कराना पसंद
करते हैं, लेकिन इस विषय को वह उतनी गंभीरता से नहीं लेते, जितना की लिया जाना
चाहिए। इसके अतिरिक्त कुछ लोग तो इसके महत्व को सिरे से ही नकार देते हैं। इसके
चलते हम कभी-कभी विवाह में अनुकूलता के अभाव और अन्य कई समस्याओं का सामना करना
पड़ता है। विवाह कर रहे जोड़ों को यह ज्ञात होना चाहिए की इससे पूर्व कौन-कौन से
कारक देखे जाने चाहिये। यदि ऐसा किया जाता है, तो यह वैवाहिक जीवन में होने वाली
हलचल को रोका जा सकता है।
विवाह को जांचने के कारक
विवाह हेतु कुंडली मिलान करने के लिए दोनों लोगों की कुंडली के आधार
पर 36 गुणों का मिलान किया जाता है, जिसे अष्टकूट मिलान कहते हैं। केवल गुणों के
आधार पर ही एक विवाह को श्रेयस्कर अथवा एक उत्तम संयोग नहीं कहा जा सकता। एक बेहतर
वैवाहिक सम्बन्ध के लिए दोनों साथियों के मध्य सामंजस्य और अनुकूलता एक मुख्य कारक
है। इस सन्दर्भ और ज्ञान एक योग्य ज्योतिषी ही दे सकता है। केवल गुण मिलान पर आँख
मूंदकर विश्वास करना एक सही कदम नही है। कुंडली का विस्तृत आंकलन विवाह करने से
पूर्व उसकी अनुकूलता के सम्बन्ध में तस्वीर साफ़ कर सकता है। हां लेकिन गुण मिलान
किसी भी विवाह के बंधं को बांधने में अहम भूमिका निभाती है।
ऐसे बहुत से कारक हैं जिन पर विवाह के लिए कुंडली
मिलान करते
समय विशेष बल दिया जाता है । वह हैं :
·
नक्षत्र मिलान या अष्टकूट मिलान
·
ग्रहों की अनुकूलता
·
भाव अनुकूलता
·
नवमांश अनुकूलता
·
लैंगिक अनुकूलता
·
वित्तीय अनुकूलता
·
पारिवारिक अनुकूलता
·
मानसिक अनुकूलता
·
पारस्परिक सम्मान की अनुकूलता
·
कुजा या मंगल अनुकूलता
विवाह और मांगलिक दोष
विवाह ज्योतिष/Marriage Astrology में मांगलिक अथवा कुजा दोष पर बहुत अधिक बल दिया जाता है।
यह एक साधारण ज्योतिषीय मत है की एक मांगलिक जातक को दूसरे मांगलिक जातक से ही
विवाह करना चाहिए, परन्तु यह पूर्ण रूप से सत्य नहीं है। यह एक ऐसा पक्ष है जिसके
सम्बन्ध में कई तरह की भ्रांतियां प्रचलित हैं। अधिकतर लोग जो स्वयं को मांगलिक
जानकार एक मांगलिक साथी की तलाश में लगे रहते हैं, वास्तव में मांगलिक होते ही
नहीं। इस दोष के सम्बन्ध में फ़ैली हुई कई भ्रांतियां केवल लोगों को डराने का काम करती
हैं, इसके अतिरिक्त कुछ नहीं। यदि आप स्वयं यह जानना चाहते हैं की आपकी या आपकी
साथी की कुंडली में मांगलिक दोष उपस्थित
है या नहीं, तो इसके लिए एक calculator का प्रयोग कर सकते हैं।
एक आख़िरी सलाह
विवाह बंधन में बंधने वाले लोगों को इस बात का ज्ञान होना चाहिए की यह केवल उनके जीवन का ही एक अहम फैसला नहीं अपितु दो परिवारों के भविष्य का भी फैसला होता है। एक विवाह में दो लोगों के मध्य जैसे भी सम्बन्ध होते हैं, उसका सीधा प्रभाव उनके परिवारों तथा उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर भी पड़ता है। विवाह से पूर्व केवल free कुंडली मिलान पर आश्रित होना कभी-कभी आपके विरुद्ध भी जा सकता है। आपको चाहिए की अपनी भागदौड़ भरी ज़िंदगी से कुछ समय निकालकर एक योग्य ज्योतिषी से विवाह की अनुकूलता के विषय पर परामर्श करें और उसके बाद ही आगे बढ़ें।
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